
जिले में कोरोना महामारी की रोकथाम को लेकर चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग की ओर से घर-घर सर्वे का दूसरा चरण डिजिटल माध्यम से किया जा रहा है। समूचे प्रदेश में राजसमंद पहला जिला है जिसमें स्वास्थ्य कार्यकर्ता, आशा, नर्सिंग स्टूडेंट्स बिना कागज व पैन के मोबाइल एप्लीकेशन के माध्यम से कोरोना को लेकर हैल्थ सर्वे कर रहे हैं।
इसके लिए खुद सीएमएचओ ने फील्ड में जाकर मॉनिटरिंग की।
सीएमएचओडॉ जेपी बुनकर, डॉ दीक्षा बुनकर, एनयूएचएम प्रबंधक कृष्णकांत वसीटा और एपिडिमोलॉजिस्ट हरीश पलासिया ने राजसमंद शहरी क्षेत्र के विभिन्न वार्डों बोहरा मोहल्ला, शिव कॉलोनी, कलाल वाटी, भगवांदा मार्केट, 100 फीट रोड, रेगर मोहल्ला, सलूस रोड, मामा भाणेज रोड, राजनगर बस स्टैंड, दाणी चबूतरा में स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं की सर्वे की वस्तुस्थिति की जानकारी ली।
एनयूएचएम प्रबंधक कृष्णकांत वसीटा ने शहर में नियोजित हैल्थ सर्वे टीमों एवं सर्वे के बारे में विस्तार से जानकारी दी। सीएमएचओ डॉ बुनकर ने बताया कि जिले में मोबाइल एप्लीकेशन के माध्यम से हो रहे सर्वे से घर-घर की जा रही हैल्थ सर्वे की गुणवत्ता सुनिश्चित होगी, क्योंकि सर्वे के तहत चाही गई किसी भी सूचना का इन्द्राज किए बिना फार्म सबमिट नहीं होगा। सर्वे में मकान नम्बर लिखा है तो फोटो भी अपलोड होगा। डिजिटल सर्वे का प्रशिक्षण जिला ब्लॉक और सेक्टर स्तर पर आयोजित कर आशा, एएनएम, स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं को जानकारी दी गई है तथा जिलें में हैल्थ सर्वे के दूसरे चरण का कार्य शुरू हो गया है।
हाथों हाथ मिलेंगे आंकडे़
डिजिटल सर्वे करने से चिकित्सा विभाग काे सबसे बड़ा फायदा रियल टाइम सर्वे के आंकड़ाें की जानकारी हाथाें हाथ मिल सकेगी। इस मोबाइल एप से पहले किए गए सर्वे में चिकित्सा विभाग काे मॉनिटरिंग में समस्या आ रही थी। पुरानी व्यवस्था में आंकड़ाें के चिकित्सा विभाग तक पहुंचने में समय बहुत अधिक लगता था।घर के मुखिया का नाम, मकान का नंबर, घर में काेई बीमार ताे नहीं है, बाहर से काेई आया हाे ताे उसकी जानकारी, बाहर से आए व्यक्ति की हालत कैसी है, घर के किसी सदस्य काे काेविड-19 के लक्षण जैसे खांसी, सर्दी, बुखार, श्वास लेने में परेशानी ताे नही है, घर का फाेटाे भी लेकर डाला जाएगा।
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