
यह बेहद हैरान करने वाली खबर है तो जागरूक करने वाली भी। गांव खासोली के 35 वर्षीय युवक मुकेश स्वामी ने खुद को काेरोना पॉजिटिव मानते हुए शुक्रवार को आत्महत्या जैसा बड़ा कदम उठा लिया। शनिवार को रिपोर्ट आई ताे परिजन व प्रशासन सन्न रह गया। रिपोर्ट से साफ हो गया है कि उसे कोरोना नहीं था।
प्रशासन ने उसके सुसाइड नोट के आधार पर ही उसकी कोरोना जांच कराई थी। सोचिए, अगर उस युवक ने आत्महत्या जैसे बड़ा कदम उठाने से पहले डॉक्टर से सलाह ली होती तो उसके मन में डर नहीं बैठता और वह आत्महत्या नहीं करता।
उसकी मौत से पूरा परिवार सदमे में है। युवक चौकीदार का काम करता था और परिवार बेहद गरीब है। युवक कई दिनों से परेशान था। उसके भाई ने पुलिस में दर्ज रिपोर्ट में बताया कि उसका भाई मानसिक रूप से बीमार था।
चूरू के एक घर में चौकीदार करके परिवार चलता था। शुक्रवार को सुबह रसोई में जाकर उसने रस्सी से फंदा लगा लिया। परिवार में पत्नी के अलावा दो बच्चे हैं। आठ वर्षीय बालक दिव्यांग है तो दूसरा बच्चा पांच साल का है। मृतक की जेब से दो कागज मिले।
एक में सुसाइड नोट लिखा हुआ था और दूसरा कागज 16 अप्रैल को डीबी अस्पताल में जांच से जुड़ा था। सर्दी-जुखाम व पेट दर्द की शिकायत पर युवक अस्पताल गया था। इसलिए कोरोना से घबराएं नहीं, जागरूक रहें क्योंकि राजस्थान में शनिवार तक 1270 संक्रमितों से 183 ठीक हो चुके हैं।
कोरोना से डरने की जरूरत नहीं है। आत्महत्या जैसा बड़ा कदम उठाने से पहले सुजानगढ़ तहसील के गांव भांगीवाद की महिला (संतोष कंवर) से मिल लीजिए। वे काेरोना पॉजिटिव थीं, लेकिन वे डरी नहीं। घबराई भी नहीं।
अगर वे ऐसा करती है तो 17 दिन में ही ठीक होकर परिवार के पास नहीं पहुंच पाती। वे 27 मार्च को संक्रमित हुई और 12 अप्रैल काे ठीक होकर परिवार के बीच पहुंच गईं। उनका कहना है कि मन में दृढ़ संकल्प हो तो किसी भी बीमारी से बचा जा सकता है।
उनमें कोरोना के लक्षण नहीं थे, फिर जयपुर एसएमएस में लिए गए सैंपल में उनकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई। उन्होंने सिर्फ डॉक्टर की बताई गई बातें मानी। हौसला नहीं छोड़ा। दो बार रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद जयपुर से डिस्चार्ज होकर चूरू पहुंची। उसके बाद चूरू से अपने परिवार के पास पहुंच गई।
10 कोरोना पॉजिटिव जमातियों की रिपोर्ट निगेटिव, अब बिना दवा ठीक होने की स्थिति में : सरदारशहर के सात व चूरू में हरियाणा के मिले तीन कोरोना पॉजिटिव जमातियों की रिपोर्ट निगेटिव आ चुकी है। वे बीकानेर से चूरू आ रहे है। फिलहाल सरदारशहर और राजलदेसर में क्वारेंटाइन भर्ती है। डॉक्टरों का कहना है कि उन्हें कोई दवा भी नहीं दी जा रही है। बस वे सुरक्षा व जागरूकता से सही होने की स्थिति में पहुंच रहे है। इतना ही उनकी क्वारेंटाइन के दौरान नमूने की जांच करवाई गई।
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