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मंगलवार, 14 अप्रैल 2020

कंटेनमेंट में फंसे रेलवे के 13 लोको पायलट, दो स्टेशन मास्टर सहित 17 कर्मी


शहर दो कंटेनमेंट क्षेत्र में रेलवे के 17 कर्मचारी भी फंस गए हैं। इनमें 13 लोको पायलट, दो स्टेशन मास्टर, एक ट्रेन क्लर्क और एक मूवमेंट इंस्पेक्टर शामिल हैं। खास बात यह है कि ये सभी वर्किंग कर रहे थे।

रेलवे ने फिलहाल सभी को 14 दिन घर में ही क्वारंटाइन रहने को कहा है। कोरोना पॉजिटिव मिलने के बाद प्रशासन ने 11 अप्रैल को मोचीपुरा, जबकि गुपचुप कोरोना संक्रमित मरीज का शव लाकर दफनाए जाने की जानकारी लगने पर 8 अप्रैल को लोहार रोड के एक किमी के दायरे को कंटेनमेंट क्षेत्र घोषित कर दिया है। रेलवे के लोहार रोड क्षेत्र में 11 और मोचीपुरा के 6 कर्मचारी रहते हैं। इन्होंने विभाग अधिकारियों को ड्यूटी पर नहीं आने की सूचना दे दी है।

इस बार आंबेडकर जयंती पर नहीं मिलेगा अवकाश

रेलवे कर्मचारियों को इस बार 14 अप्रैल आंबेडकर जयंती पर अवकाश नहीं मिलेगा। सोमवार को मंडल रेल प्रबंधक कार्यालय के कार्मिक विभाग से यह पत्र जारी होने के बाद कर्मचारियों में असमंजस की स्थिति बन गई है। इसके अनुसार कर्मचारियों को मंगलवार को भी काम पर जाना होगा। एससी, एसटी एसोसिएशन के मंडल मंत्री अजय सिंह और सुनील दुबे ने बताया हर साल रेलवे नेशनल हॉली-डे देती है। इस बार किसी भी प्रकार की छुट्टी नहीं मिलेगी। सीनियर डीपीओ से बात की तो उन्होंने बोल दिया जैसा मुख्यालय से आया था, वैसा सबको भेज दिया। वडोदरा और अहमदाबाद मंडल ने छुट्टी घोषित कर दी है। इसका विरोध किया जाएगा।

विवाह की 20वीं वर्षगांठ पर अप्रैल माह का वेतन पीएम केयर फंड में दिया

रेलवे के साथ उसके कर्मचारी भी कोरोना संक्रमण से लड़ने के लिए आगे आ रहे हैं। सभी एक दिन का वेतन तो पहले ही दे चुके हैं। सोमवार को वेस्टर्न रेलवे मजदूर संघ डीआरएम ब्रांच सचिव योगेश पाल ने एक बड़ी मिसाल पेश की। उनकी सोमवार को विवाह की 20वीं वर्षगांठ थी। इसे नहीं मनाते हुए अप्रैल माह का वेतन पीएम केयर फंड में देने का फैसला किया। इसके लिए जरूरी मंजूरी का पत्र भी डीआरएम कार्यालय को दे दिया है। उनके साथ चंपालाल गडवानी, प्रताप गिरी, धीरज प्रजापति, महेंद्र सिंह राठौर सहित अन्य मौजूद रहे।

लॉकडाउन में रतलाम-भोपाल, -चित्तौड़गढ़, -महू सेक्शन चेक किया, ट्रैक जांचने पहुंची आरडीएसओ की टीम

यात्री ट्रेनों के बंद होने का फायदा उठाते हुए लॉकडाउन में रिचर्डस डिजाइन एंड स्टेंडर्ड आर्गेनाइजेशन (आरडीएसओ) की टीम मंडल के ट्रैक की जांच करने पहुंच गई है। तीन डिब्बों की विशेष ट्रेन के साथ 18 इंजीनियर, टेक्नीशियन व अन्य अधिकारी भी हैं। सोमवार को आरडीएसओ की स्पेशल ट्रेन ने रतलाम-महू-रतलाम और रतलाम-चित्तौड़गढ़-रतलाम ट्रैक की रीडिंग ली। रविवार को टीम रतलाम-भोपाल-रतलाम का दौरा कर चुकी है।

ट्रैक मजबूत करने में मिलती है मदद : आरडीएसओ की स्पेशल ट्रेन में कई अत्याधुनिक उपकरण लगे हैं। चलने के दौरान ये उपकरण ट्रैक की छोटी-मोटी खामियों को पकड़कर नोट कर लेते हैं। इनका अध्ययन कर टीम सुझावों के साथ रिपोर्ट मुख्यालय को देता है। इससे मंडल को रेलवे ट्रैक को ठीक करके और मजबूत बनाने में मदद मिलती है। पीआरओ जेके जयंत ने बताया ट्रैक रीडिंग के लिए आरडीएसओ की टीम का रूटीन निरीक्षण हैं। इससे ट्रैक को और बेहतर बनाया जाता है।
13 loco pilots of railway stranded in container, 17 personnel including two station master

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